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डायबिटीज मेलिटस का प्रबंधन करने के 7 प्रभावी तरीके - 7 effective ways to manage diabetes mellitus

effective ways to manage diabetes mellitus

डायबिटीज मेलिटस एक आम रोग है, जो modern life style के चलते बढ़ता जा रहा है। यह रोग शरीर के ख़ून में उच्च ग्लूकोज (शर्करा) स्तर की समस्या होने के कारण होता है। 

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डायबिटीज के मेलिटस रूप में, pancreatic insulin नहीं बना पाती या शरीर उसका सही ढंग से प्रयोग नहीं पता। जिसके परिणामस्वरूप, ख़ून में ग्लूकोज की मात्रा अधिक हो जाती है, जिस कारण शरीर के अन्य अंगों को हानि पहुँच सकती है। 

इससे निपटने के लिए हम डायबिटीज मेलिटस का प्रबंधन करने के 7 प्रभावी तरीके अपना सकते हैं। इस रोग को सावधानीपूर्वक प्रबंधित करना चाहिए ताकि आगे आने वाली मुश्किलों से बचा जा सके।

डायबिटीज मेलिटस से होने वाले नुकसान

डायबिटीज मेलिटस कोई छोटी या सामान्य बीमारी न होकर एक गंभीर बीमारी है। इसके कारण कई भारी नुकसान हो सकते हैं। जैसे: यह blood sugar level को imbalance करके दिल, nervous system, आँत, गुर्दे, आँख और पैरों की नसों को प्रभावित कर सकता है।

यह निर्दिष्ट आहार नियमों (specified dietary rules) की अवहेलना करने पर कठिनाइयाँ पैदा कर सकता है। जैसे: दिल की बीमारी, मोटापा, उच्च रक्तचाप, शरीर में शोषण, जोड़ों का दर्द, आँख की समस्याएँ, नाक और गले में संक्रमण आदि। 

देखभाल और नियंत्रण से इसका प्रबंधन किया जा सकता है। इसलिए आज हम आपको डायबिटीज मेलिटस का प्रबंधन करने के 7 प्रभावी तरीके से अवगत करवाएँगे।

1. आहार नियंत्रण (Diet Control)

डायबिटीज में आहार की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। जो इस समस्या से जूझ रहें हैं, उन्हें अपने आहार में पौष्टिक तत्वों को शामिल करना चाहिए। 

यह पौष्टिक तत्व बहुत से रूपों जैसे: कार्बोहाइड्रेट (अनाज, फल, सब्जियाँ), प्रोटीन (दूध, दही, मछली) और फाइबर (हरे सब्जियाँ, अनाज) आदि में पाए जाते हैं। आहार नियंत्रण के अंतर्गत डायबिटीज के मरीज़ों को इस प्रकार के आहार को संतुलित रूप से अपने भोजन में शामिल करना चाहिए। 

उन्हें डायबिटीज मेलिटस का प्रबंधन करने के 7 प्रभावी तरीके में से एक आहार नियंत्रण की पालना करते हुए मिठाई, मसालेदार और तले हुए भोजन की जगह सेहतमंद खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए।

2. व्यायाम (Exercise)

व्यायाम मतलब नियमित शारीरिक गतिविधियाँ। डायबिटीज को नियंत्रित करने में व्यायाम एक अहम भूमिका निभाता है लेकिन उसके लिए नियमित रूप से व्यायाम करना पड़ता है। ऐसा नहीं है कि आज व्यायाम किया फिर 3 – 4 दिनों तक आराम किया। यदि आप ऐसा करेंगे तो आपको इसका असर नहीं दिखाई देगा।  

दरअसल डायबिटीज मेलिटस का प्रबंधन करने के 7 प्रभावी तरीके में से एक व्यायाम का दायरा बहुत बड़ा है। व्यायम की दायरे में बहुत – सी चीज़ें जैसे: योग, वॉकिंग, साइकलिंग, जम्पिंग रोप, और एरोबिक्स आदि गतिविधियाँ भी शामिल हैं।

3. वज़न नियंत्रण (weight control)

वज़न नियंत्रण डायबिटीज के प्रबंधन में एक बहुत ज़रूरी घटक है, जिसे डायबिटीज मेलिटस का प्रबंधन करने के 7 प्रभावी तरीके में रखा गया है। सामान्य वज़न एक स्वस्थ शरीर की निशानी होती है। यदि डायबिटीज के किसी मरीज़ का वज़न बढ़ा हुआ है तो उसे जल्द से जल्द अपने वज़न को घटाने की आवश्यकता है। 

वज़न नियंत्रण करने के लिए, कम वज़न और मोटापा कम करने के लिए योग्य आहार लेने के साथ – साथ नियमित व्यायाम भी करना चाहिए। इसके लिए आप अपने डॉक्टर या dietician के द्वारा तैयार किए गए diet chart को follow कर सकते हैं।

4. दवाओं का सेवन (Prescription Drugs)

डायबिटीज की बीमारी ऐसी बीमारी है, जिसे जड़ से तो ख़त्म नहीं किया जा सकता लेकिन उसे control किया जा सकता है। डायबिटीज की बीमारी को control करने के लिए मरीज़ को निर्धारित दवाओं को नियमित रूप से लेना चाहिए।

डायबिटीज मेलिटस का प्रबंधन करने के 7 प्रभावी तरीके में शामिल दवाओं का सेवन सबसे प्रभावकारी तरीका है क्योंकि यह तरीका सबसे जल्दी असर दिखाना शुरू करता है। 

लेकिन इन दवाओं का सेवन करते हुए एक बात ध्यान में रखनी चाहिए कि इन दवाओं को डॉक्टर के निर्देशानुसार से सही खुराक में लेना चाहिए।

5. नियमित माप परीक्षण (Routine Measurement Test)

डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसमें थोड़ी से भी लापरवाही से बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है। ऐसी किसी दुर्घटना से बचने के लिए डायबिटीज के मरीज़ को अपना blood sugar level नियमित रूप से जाँचते रहना चाहिए। 

डायबिटीज मेलिटस का प्रबंधन करने के 7 प्रभावी तरीके में शामिल नियमित माप परीक्षण रोगी की देखभाल करने में महत्त्वपूर्ण है क्योंकि इससे आपको blood sugar के उच्च या निम्न स्तर की जानकारी मिलेगी और इसके अनुसार कार्रवाई की जा सकेगी। 

डायबिटीज के मरीज़ को अपने डॉक्टर के पास नियमित रूप से blood sugar परीक्षण करवाकर और इसे अपने विशेषज्ञ के साथ साझा करना चाहिए।

6. स्वास्थ्य संगठनों की सहायता (Support of Health Organizations)

यदि डायबिटीज का कोई मरीज़ पढ़ा – लिखा नहीं है या फिर इससे सम्बन्धित परहेज के प्रति जागरूक नहीं है तो उसे अपने आस – पास के किसी स्थानीय स्वास्थ्य संगठनों, डायबिटीज एड्स वर्कर्स या सलाहकारों से मदद ले लेनी चाहिए। 

वे इन मरीज़ों को सही डायबिटीज प्रबंधन प्लान और निर्देशन प्रदान करेंगे। डायबिटीज के मरीज़ों को बिना किसी हिचक या डर कर उनसे सलाह लेनी चाहिए। 

वह अपनी समस्याओं को उनसे साझा करेंगे तभी तो उन्हें डायबिटीज मेलिटस का प्रबंधन करने के 7 प्रभावी तरीके में से एक स्वास्थ्य संगठनों की सहायता मिल पाएगी।

7. तनाव प्रबंधन (stress management)

तनाव डायबिटीज के लिए हानिकारक सिद्ध होता है, इसलिए डायबिटीज के मरीज़ के लिए तनाव प्रबंधन रखना अतिआवश्यक होता है। डायबिटीज मेलिटस का प्रबंधन करने के 7 प्रभावी तरीके में से एक तनाव प्रबंधन करने के बहुत से सरल उपाए हैं। 

वैसे तो तनाव प्रबंधन के ढेरों यह उपाए हैं लेकिन उनमें से कुछ चुनिंदा और आसान उपाए हैं। जैसे: ध्यान, प्राणायाम, योग या मनोरंजक गतिविधियाँ आदि। यदि नियमित विश्राम, सोने की अच्छी आदतें और सोशल सपोर्ट लिया जाए तब भी तनाव से बचा जा सकता है।

निष्कर्ष:

यह डायबिटीज मेलिटस का प्रबंधन करने के 7 प्रभावी तरीके ऐसे हैं, जिन्हें करने के लिए extra effort नहीं करने पड़ते। 

यदि नियमित रूप से डायबिटीज के मरीज़ इन प्रभावी तरीकों का पालन करें तो उन्हें डायबिटीज मेलिटस को नियंत्रित करने में काफ़ी सहायता मिलेगी और ऐसा करके वह एक अच्छी सेहत बनाए रखने में कामयाब हो पाएँगे। 

हालाँकि डायबिटीज मेलिटस का प्रबंधन करते हुए कोई भी कदम उठाने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें और उसके बाद ही कोई फैसला लें। 

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