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हवाई किराया गिरा धड़ाम कई Roots के हुए आधे दाम

हवाई किराया गिरा धड़ाम कई Roots के हुए आधे दाम

Airfare Dropped by Half Price of Many Roots

बीते दिनों हवाई यात्रा से सम्बन्धित बहुत – सी ख़बरें सुनने में आ रही हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि हवाई किराए में भारी गिरावट देखी जा रही है लेकिन यह ख़बरें पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हैं।

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इन ख़बरों में यह समझ नहीं आ रहा है कि यदि हवाई किराए में गिरावट आई है तो कितनी गिरावट आई है? आम जनता की इसी confusion को दूर करते हुए सरकार ने कुछ आँकड़े जारी कर दिए हैं, जिनके द्वारा यह साफ़ हो गया है कि वाकई हवाई यात्रा के किराए में गिरावट आ गई है।

किराए में आई गिरावट भिन्न – भिन्न roots पर भिन्न – भिन्न दिन की booking के हिसाब से 5 से 50% तक की है। हालाँकि ऐसे भी कुछ roots हैं, जहाँ पर हवाई यात्रा का किराया बढ़ाया भी गया है। उदाहरण के तौर पर हम यात्रा से एक दिन पहले का किराया ले सकते हैं।

यात्रा से एक दिन पहले का किराया

यदि आप यात्रा से एक दिन पहले ticket book करते हैं तो जहाँ 5 जून के आस – पास दिल्ली से श्रीगर की ticket का किराया लगभग 14,155 रुपये था। वही किराया 28 जून तक लगभग 36% तक कम होकर 9042 रुपये रह गया था।

ठीक इसी प्रकार श्रीनगर से दिल्ली तक का हवाई किराया भी लगभग 33% तक सस्ता हो गया है। अगर इन के सिवा भारत के अन्य स्थानों की बात करें तो दिल्ली से लेह तक का किराया लगभग 8% तथा लेह से दिल्ली तक का किराया लगभग 5% तक सस्ता हो गया है।

अगर मुंबई से दिल्ली तक के किराए की बात की जाए तो तक़रीबन 23% की वृद्धि दिखाई देती है परन्तु दिल्ली से मुंबई एवं पुणे का किराया लगभग 70% तक कम हो गया है। दिल्ली से अहमदाबाद जाने के लिए लगभग 72% तक किराया कम हो गया है तथा अहमदाबाद से दिल्ली तक का किराया भी लगभग 8% की दर से कम हो गया है।

गिरावट का कारण

हवाई किराए में गिरावट आ गई है। यह बात तो बिलकुल सही है लेकिन किस वजह से किराए में गिरावट आई है, Air India pricing structure इस प्रश्न का सही – सही उत्तर नहीं मिल रहा था। लेकिन government की तरफ से advisory आने के बाद इस प्रश्न का उत्तर भी मिल गया है।

Airlines Advisory Group की 6 जून को ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ जोकि civil aviation minister हैं, उनकी एक meeting हुई थी। इसी meeting के बाद से ही हवाई यात्रा के किराए में कमी दिखाई दे रही है।

ज्योतिरादित्य सिंधिया के अनुसार कम्पनियाँ हवाई किराए को तो स्वयं तय कर सकती हैं परन्तु उन किराए में वृद्धि करने की भी सीमा निश्चित होनी चाहिए। उनके द्वारा यह भी कहा गया कि Ministry का role Facilitator का है न कि regulator का। हम आपको यह बता देना चाहते हैं कि Air India के pricing structure पर भी बहुत से प्रश्न उठने शुरू हो गए थे। इन्हीं कारणों की वजह से हवाई किरायों में लगातार गिरावट देखी जा सकती है।

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