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मानसून, महँगाई और बारिश का साथ, आपके खाने पर करेगा आघात

मानसून, महँगाई और बारिश का साथ, आपके खाने पर करेगा आघात

मानसून, महँगाई और बारिश का साथ, आपके खाने पर करेगा आघात

Monsoon, along with Inflation and Rain, will Affect your Food

ऐसी उम्मीद की जा रही है कि आगामी दिनों में हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में बारिश कम हो सकती परन्तु experts का मानना है कि बारिश ने भारत के उत्तर – पश्चिमी राज्यों में पहले से ही लगाई गई खरीफ की फसलों को बहुत हानि पहुँचाई है।

अनुमान लगाया जा रहा है कि मूँगफली, मूँग, सोयाबीन और उड़द की फसलों को लगभग 10 से 15% के बीच में नुकसान हो सकता है, जिस कारण इन commodities के price में वृद्धि देखी जा सकती है। वहीं बरसात से हरियाणा तथा पंजाब में धान की फसल को लगाने में काफ़ी सहायता मिल सकती है।

बिपरजॉय चक्रवात

जून के महीने की शुरुआत में ही बिपरजॉय चक्रवात की वजह से राजस्थान एवं गुजरात में बरसात हुई थी और इसी वजह से इस बार की खरीफ की फसल की बुआई जल्दी शुरू हो गई थी। बीते दिनों में हुई भारी बारिश के कारण उन पौधों को काफ़ी हानि हो सकती है, जो अंकुरण चरण में थे।

भारी बारिश का असर

ET की report में राहुल चौहान जोकि Commodity research firm iGrain India से सम्बन्ध रखते हैं उन्होंने बताया है कि बहुत ज़्यादा बरसात होने के कारण भारत के उत्तरी राज्यों में तिलहन, कपास और दलहन जैसी खरीफ फसलों को भी बहुत नुकसान हुआ है।

IMD के according, भारत के उत्तर – पश्चिम इलाकों में से राजस्थान में 10 जुलाई तक लम्बे समय की average से करीब – करीब 60% ज़्यादा बरसात हुई है जबकि गुजरात में 15% ज़्यादा बरसात हुई है।

सब्जियों पर असर

हिमाचल प्रदेश, जम्मू – कश्मीर, उत्तराखंड आदि में चावल की रोपाई को रोकने का परामर्श दिया गया है और अगर बात की जाए उत्तराखंड तथा जम्मू – कश्मीर की तो वहाँ के किसानों से सोयाबीन, मक्का, खरीफ दालों तथा सब्जियों की बुआई को स्थगित करने के लिए भी कहा गया है।

कितना हुआ नुकसान?

ET की report में तन्मय कुमार दीपक जोकि agricultural research firm Agriwatch से सम्बन्ध रखते हैं और वहाँ के research head भी हैं, उन्होंने बताया है कि बारिश कम होने पर ही असल हानि का अंदाज़ा लगाया जा सकता है तथा किसान अपनी खेती को देखने हेतु अपने खेतों में जा पाएँगे।

यदि उनकी मानी जाए तो बीते कुछ दिनों में बहुत ज़्यादा बरसात होने से धान की खेती को सहायता मिल सकती है क्योंकि इन फसलों के लिए रुका हुआ पानी काफ़ी लाभदायक सिद्ध होता है।

बारिश की सम्भावना

सोमवार को IMD ने राजस्थान में अधिक से बहुत अधिक बारिश होने एवं गुजरात में भारी बारिश जारी रहने की Prediction कर दी है। इसी के साथ ही आगामी 3 दिनों में पूर्वोत्तर भारत तथा इसके साथ लगे पूर्वी भारत में बहुत अधिक भारी बारिश की भी Prediction की गई है।

अगर बात की जाए तो अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, पश्चिम बंगाल, उप – हिमालयी सिक्किम आदि में 12 जुलाई तक बहुत भारी बरसात होने की उम्मीद की जा रही है। IMD ने 12 जुलाई तक सिक्किम एवं अरुणाचल प्रदेश के कुछ इलाकों के लिए orange alert जारी कर दिया गया है।

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