अयोध्या के मशहूर पर्यटन स्थल
अयोध्या भारत देश के पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक है। सनातन धर्म में मर्यादा और आदर्श चरित्र की मिसाल माने जाने वाले भगवान श्री राम जी से अयोध्या क्षेत्र सम्बन्धित है।
भगवान श्री राम जी का जन्म यहाँ पर हुआ था, जिस वजह से यह भूमि पवित्र हो गई है।
श्री राम जी को याद करते हुए यहाँ पर उनका एक भव्य मन्दिर बनाया जा रहा है जो अयोध्या के मशहूर पर्यटन स्थल में से एक होगा और ऐसा अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि साल 2024 तक यह मन्दिर बनकर तैयार हो जाएगा। वह दिन विशेष रूप से सनातन धर्म से सम्बन्ध रखने वाले लोगों के लिए किसी त्यौहार से कम नहीं होगा।
भारत देश के उत्तर प्रदेश राज्य में अयोध्या नाम का एक शहर है, जो सरयू नदी के किनारे बसा हुआ है। अयोध्या शहर को ‘राम नगरी’ के नाम से भी जाना जाता है। इस शहर का इतिहास पौराणिक (वेद – पुराणों से सम्बन्धित) है।
मुख्य रूप से इस जगह पर अवधी भाषा बोली जाती है। अयोध्या में ही महाकवि गोस्वामी तुलसीदास जी ने ‘रामचरितमानस’ जैसे विश्व प्रसिद्ध ग्रन्थ की रचना की थी और इस ग्रन्ध की भाषा भी अवधी ही है। इसके अलावा, ‘मलिक मुहम्मद जायसी’ द्वारा रचित ‘पद्मावत’ जोकि एक प्रसिद्ध प्रेमाख्यान काव्य है, इस के काव्य की रचना भी अवधि भाषा में हुई थी।
अयोध्या के पर्यटन स्थल
अयोध्या जिसे श्री राम जी की जन्मभूमि के रूप में पूरी दुनिया में प्रसिद्धि मिल चुकी है। अयोध्या में सिर्फ यही एकमात्र स्थान नहीं है बल्कि इसके अलावा और भी ऐसे स्थान हैं जिनके कारण अयोध्या मशहूर है।
अयोध्या को ‘घाटों और मन्दिरों’ का शहर भी कहा जाता है। यदि घाट की बात की जाए तो अयोध्या नगर के घाटों पर किए गए स्नान का धार्मिक महत्त्व भी है।
मन्दिर के मामले में तो अयोध्या का कोई मुकाबला ही नहीं कर सकता। ऐसा माना जाता है कि अयोध्या नगरी में लगभग 5000 छोटे – बड़े मन्दिरों स्थित हैं और इन मन्दिरों का अपना – अपना विशेष महत्त्व है।
भारत में रहते हुए यदि आप अयोध्या को सिर्फ़ श्री राम जी के लिए ही जानते हैं तो आपको आवश्यकता है Explore करने की। घबराएँ नहीं, हम अयोध्या के मशहूर पर्यटन स्थल से आपका परिचय करवाकर आपकी Knowlegde बढ़ाएँगे।
1. हनुमान गढ़ी (Hanuman Garhi)
भगवान श्री राम जी की बात हो और हनुमान जी ना आएँ ऐसा हो ही नहीं सकता। वह श्री राम जी के परम भक्त हैं इसलिए हम अयोध्या के मशहूर पर्यटन स्थल में सबसे पहले हनुमान जी और उनसे सम्बन्धित मन्दिर की ही बात करेंगे।
हनुमान गढ़ी मन्दिर में हनुमान जी की उनकी माता अंजनी जी के साथ एक मूर्ति स्थापित है, जिसमें वह बाल रूप में अपनी माता की गोद में बैठे हुए दिखाई पड़ते हैं।
एक मान्यता के अनुसार लंका से लौटने के बाद प्रभु श्री राम जी ने हनुमान जी को यह जगह रहने के लिए दी थी और साथ ही यह वचन भी कहे थे कि, “जो भी भक्त मेरे दर्शन के लिए अयोध्या आएँगे, उन्हें सबसे पहले हनुमान जी के दर्शन करने होंगे।’
2. तुलसी स्मारक भवन (Tulsi Smarak Bhawan)
16 वीं शताब्दी में गोस्वामी तुलसीदास नाम के एक कवि हुए हैं, जिन्होंने रामचरितमानस ग्रन्थ की रचना की थी। यह ग्रन्थ भगवान श्री राम जी के जीवन से सम्बन्धित है।
यह धार्मिक ग्रन्थ पूरी दुनिया का सर्वश्रेष्ठ धार्मिक ग्रन्थ कहलाता है। इस वजह से भी अयोध्या के मशहूर पर्यटन स्थल में तुलसी स्मारक भवन को शामिल करना लाज़मी हो जाता है।
इन्हीं की याद में तुलसी स्मारक भवन को बनाया गया था। इस भवन में एक बहुत बड़ा पुस्तकालय भी मौजूद है। जिसमें Literature में Interest रखने वाले लोगों को ज़रूर जाना चाहिए।
तुलसी स्मारक भवन में ‘अयोध्या अनुसंधान संस्थान’ के नाम से एक Research Center भी है। जहाँ पर लोगों को अयोध्या से Related Literary, Cultural और Spiritual जानकारी दी जाती है।
3. सीता की रसोई (Sita Ki Rasoi)
भगवान श्री राम जी की पत्नी थीं माता सीता। श्री राम जी के जीवन में सीता माता का विशेष स्थान रहा है। इस जगह का नाम सुनते ही ऐसा प्रतीत होता है कि यहाँ पर श्री राम और माता सीता जी के समय के विशेष व्यंजन बनाए जाते होंगे।
लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं है दरअसल यह एक मन्दिर है, जिसे प्राचीन रसोई की तरह बनाया गया है। इस मन्दिर के इसी Unique Concept के कारण इसे अयोध्या के मशहूर पर्यटन स्थल में शामिल किया गया है।
जिसके अन्दर भगवान श्री राम, माता सीता, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न आदि की मूर्तियाँ स्थापित की गई हैं। इनके अलावा यहाँ पर नकली बर्तन सजावट की दृष्टि से रखे गए हैं।
4. बहू बेगम का मकबरा (Bahu Begum ka Maqbara)
अयोध्या के मशहूर पर्यटन स्थल में से एक ‘बहू बेगम का मकबरा’ वह मकबरा है, जिसका निर्माण नवाब शुजा – ऊ – दौला की बेगम उनमतुज्ज़ौरा की याद में करवाया गया था। यह मकबरा अयोध्या की सबसे ऊँची स्मारक के रूप में प्रसिद्ध है।
उस समय लगभग 3 लाख रुपये की कीमत से बनकर तैयार हुआ था – बहू बेगम का मकबरा। जिसके अन्दर रानी की समाधि बनाई गई है। इस मकबरे में तीन गुम्बद हैं, जिन्हें अवधी वास्तुकला के द्वारा बनाया गया है।
इसके अलावा इस मकबरे में एक परिसर भी है, जिसके ठीक सामने एक ख़ूबसूरत बगीचे का निर्माण किया गया है। बहू बेगम का मकबरा “पूर्व का ताजमहल” भी कहलाता है।
5. त्रेता के ठाकुर (Treta Ke Thakur)
ऐसी मान्यता है कि जिस जगह पर भगवान श्री राम जी ने अश्वमेध यज्ञ किया था, आज वह स्थान त्रेता के ठाकुर के नाम से प्रसिद्ध है। इस मन्दिर को लगभग 300 वर्ष पहले बनाया गया था।
त्रेता के ठाकुर मन्दिर में भगवान श्री राम, माता सीता, लक्ष्मण, भरत, हनुमान सहित सुग्रीव की बहुत – सी प्रतिमाएँ रखी हुई हैं।
इस मन्दिर के निर्माण के लिए काले बलुआ पत्थर का प्रयोग किया गया है। त्रेता के ठाकुर नया घाट के पास स्थित अयोध्या शहर का एक प्राचीन मन्दिर है। अयोध्या के मशहूर पर्यटन स्थल में त्रेता के ठाकुर का अपना ही महत्त्व है।
6. कनक भवन (Kanak Bhawan)
कनक शब्द के बहुत से अर्थ निकलते हैं। जैसे: सोना, धतूरा आदि परन्तु यहाँ पर कनक का अर्थ ‘सोना’ लिया गया है। इस कारण ‘कनक भवन’ का मतलब हुआ – सोने का घर।
अयोध्या के मशहूर पर्यटन स्थल में से एक इस भवन से सम्बन्धित ऐसी मान्यता प्रचलित है कि कनक भवन को माता कैकई ने प्रभु श्री राम और माता सीता जी को उपहार के रूप में दिया था।
असल में कनक भवन एक मन्दिर है। इस मन्दिर में सोने का मुकुट पहने हुए भगवान श्री राम तथा माता सीता जी की बहुत प्यारी मूर्ति रखी हुई है। कई लोगों का मानना है कि इस वजह से भी इस मन्दिर का नाम कनक भवन रखा गया है।
7. नागेश्वर नाथ मन्दिर (Nageshwar Nath Temple)
नागेश्वर नाथ मन्दिर को कुश ने बनवाया था जोकि भगवान् श्री राम जी के छोटे बेटे थे। ऐसी मान्यता है कि सरयू नदी में एक बार कुश स्नान कर रहे थे और इसी बीच उनका बाजूबंद नदी में गिर गया। उस बाजूबंद को एक नाग कन्या ने उन्हें वापिस लौटाया था।
वह नाग कन्या कुश को देखते ही उनपर रीझ गई थी। वह नाग कन्या भगवान् शिव जी की भक्तिन थी, जिस कारण कुश ने नागेश्वर नाथ मन्दिर को उस नाग कन्या के लिए बनवाया था।
अयोध्या के मशहूर पर्यटन स्थल नागेश्वर नाथ मन्दिर में शिवरात्रि के पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन यहाँ लाखों श्रद्धालु शिव के दर्शन करने आते हैं।
8. रामकथा पार्क (Ramkatha Park)
पार्क जहाँ पर हम अक्सर टहलने निकल जाते हैं ताकि इस दुनिया की भागदौड़ में कुछ समय शांति से बिता सकें। लेकिन जब पार्क का नाम रामकथा पार्क हो फिर तो इस पार्क का नाम सुनते ही मन शांति और सुकून से भर उठता है।
जब भी अयोध्या के सबसे बड़े और मशहूर पार्कों की चर्चा होती है, तब इन पार्कों की सूची में सबसे पहले लिया जाने वाला नाम होता है – रामकथा पार्क जोकि अयोध्या के मशहूर पर्यटन स्थल में से एक है।
आप इस पार्क में Spiritual, Cultural और Religious Programs होते हुए देख सकते हैं। जिसमें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों द्वारा हिस्सा लिया जाता है।
9. सूरजकुंड (SurajKund)
सूरजकुंड एक प्राकृतिक पानी का कुंड है। जो भगवान श्री राम जी के पिता राजा दशरथ जी की समाधि के पास बना हुआ है। सूरजकुंड में भगवान श्री राम जी तथा उनके पूर्वज स्नान करके अपने कुल देवता जोकि सूर्य देव थे की पूजा किया करते थे।
अयोध्या के मशहूर पर्यटन स्थल में से एक इस कुंड के जल को पवित्र माना जाता है। सनातन धर्म में ऐसी मान्यता है कि सूरजकुंड में स्नान करने से चर्म रोग (Skin Problems) दूर हो जाते हैं।
इसके अलावा सूरजकुंड के चारों और एक अलौकिक शांति का अनुभव किया जाता है। इस शांति का अहसास करने के लिए आप इस कुंड की सीढ़ियों पर बैठ सकते हैं।
10. सरयू नदी (Saryu River)
जब भगवान् श्री राम, माता सीता और लक्ष्मण जी वनवास के लिए जा रहे थे तो रास्ते में एक नदी आई थी। जिसे एक केवट की सहायता से उन्होंने पार किया था। वह नदी सरयू नदी ही थी।
रामायण के संवेदनशील दृश्यों में से एक यह ‘राम – केवट प्रसंग’ सरयू नदी के किनारे ही घटित हुआ था। इस कारण भी सरयू नदी को अयोध्या के मशहूर पर्यटन स्थल में रखा गया है।
वर्तमान समय में इस नदी के किनारे अनेकों घाट बन गए हैं। जहाँ पर श्रद्धालु स्नान करके अपना जीवन सफल बनाते हैं। इन घाटों के पास बने मन्दिरों के दर्शन करने के साथ – साथ नाव में बैठकर यहाँ के प्राकृतिक दृश्यों का भी आनन्द उठाया जा सकता है।
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निष्कर्ष:
अयोध्या की पवित्र भूमि पर स्थित इन स्थानों के दर्शन करने के बाद जीवन में एक नयापन महसूस किया जा सकता है। वह नयापन होगा हमारा धर्म के प्रति बदलता नज़रिया।
अयोध्या नगर में धार्मिकता और पवित्रता इतने सूक्ष्म रूप में रच बस रखी है कि यहाँ के मन्दिरों, भवनों के अलावा भी अगर आप अयोध्या के मशहूर पर्यटन स्थल पर जाते हैं तो किसी न किसी रूप में आपका सामना उससे हो ही जाएगा।