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मथुरा और वृंदावन में होली मनाने के शीर्ष 7 कारण - Top 7 reasons to celebrate holi in mathura and vrindavan

मथुरा और वृंदावन में होली मनाने के शीर्ष 7 कारण

होली हिन्दूओं का एक प्रमुख त्यौहार  है, जो मुख्य रूप से भारत में मनाया जाता है। यह मार्च के महीने में मनाया जाता है, जब वसंत ऋतु की शुरुआत होती है। इस वजह से यह त्यौहार एक तरह से वसंत ऋतु के आरम्भ का भी संकेत देता है। 

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यह त्यौहार सनातन धर्म में भक्त प्रह्लाद से सम्बन्धित एक पौराणिक कथा से जुड़ा हुआ है, जोकि हमें बुराई पर अच्छाई की जीत का सन्देश देती है।  

होली के दिन लोग एक दूसरे को गुलाल लगाकर और बच्चे पानी के गुब्बारे एक – दूसरे पर फेंककर हँसी – ख़ुशी यह रंग – बिरंगा त्यौहार मनाते हैं। इस दिन लोग एक – दूसरे को गले लगाकर, स्वादिष्ट मिठाईयों और व्यंजनों विशेषकर गुजिया बनाकर, खाकर और एक दूसरे को खिलाकर अपने आपसी वैर को भूलकर एक नए रिश्ते की शुरुआत करते हैं।

मथुरा और वृंदावन की होली

भारत देश में वेब सीरीज का एक अलग ही craze देखने को मिलता है और इस craze की शुरुआत हुई थी lockdown में।

जी हाँ, lockdown में, दरअसल भारत में वेब सीरीज तो काफ़ी समय पहले से ही बननी शुरू हो गई थीं लेकिन जब lockdown शुरू हुआ और बढ़ता ही चला गया तब लोगों ने अपना time pass करने के लिए वेब सीरीज देखनी शुरू की।

time pass करने के लिए देखी गई श्रेष्ठ वेब सीरीज कुछ समय में ही इतनी ज़्यादा देखी जाने लगीं कि उन्होंने bollywood की movies को भी पछाड़ दिया। भारत की सबसे पॉपुलर 12 वेब सीरीज कुछ ऐसे ही वेब सीरीज हैं, जिनके बारे में आज हम आपको बताएँगे।

1. धार्मिक कारण (Religious Reason)

मथुरा और वृंदावन में होली मनाने के शीर्ष 7 कारण में सबसे पहले आता है – धार्मिक कारण। मथुरा और वृंदावन का धर्म से सदियों से नाता रहा है। फिर चाहे वह द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण हों या फिर कलयुग में उनकी कथा। 

मथुरा और वृंदावन में होली को परंपरागत रूप से भगवान श्री कृष्ण के जन्मस्थान की याद के रूप में मनाया जाना एक अहम धार्मिक कारण है। भक्तों के लिए यह एक पवित्र उत्सव है, जिसमें वह भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी जी को केंद्र बनाकर होली विशेषकर फूलों से होली खेलते हैं।

2. आध्यात्मिक कारण (Spiritual Reason)

मथुरा और वृंदावन में होली के इस त्यौहार को मनाए जाने के पीछे आध्यात्मिक कारण भी है। जहाँ पर आध्यात्मिकता को एक प्रतीक के रूप में लिया जाता है। इस त्यौहार में लोग भगवान के आदर्शों को रंग के रूप में अपनाकर भक्ति – भावना के साथ खुशी मनाते हैं।

मथुरा और वृंदावन में होली मनाने के शीर्ष 7 कारण में से एक आध्यात्मिक कारण उन्हें आत्मा – परमात्मा के मिलन तथा आध्यात्मिक संयम को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है।

3. परंपरागत और सांस्कृतिक महत्व (Traditional and Cultural Significance)

मथुरा और वृंदावन की होली का सांस्कृतिक महत्व भी है। यहाँ के मन्दिरों में आयोजित होने वाली रासलीला और होली उत्सव यहाँ के परंपरागत और सांस्कृतिक महत्व को बनाए रखती हैं। 

यदि उदाहरण के तौर पर देखा जाए तो होली के उत्सव में वेशभूषा, गीतों की भाषा, से लेकर पकवानों और मिठाईयों को बनाने के लिए दशकों से चले आ रहे पारंपरिक तरीकों को ही अपनाया जाता है। 

जिससे मथुरा और वृंदावन में होली मनाने के शीर्ष 7 कारण में शामिल परंपरागत और सांस्कृतिक महत्व बना रहता है।

4. मानवीय एकता और समाजिक समरसता (Human unity and social harmony)

मथुरा और वृंदावन में मनाई जाने वाली होली को मानवीय एकता और समाजिक समरसता का प्रतीक भी माना जाता है क्योंकि इस त्यौहार में स्थानीय लोगों के साथ – साथ बाहरी पर्यटक भी हिस्सा लेते हैं। 

यहाँ सभी लोग बिना किसी भेदभाव के एक साथ रंगों खेलते हैं एवं हर तरह के भेद – भावों को छोड़कर सबसे अपना मेलजोल बढ़ाकर मानवीय एकता और समाजिक समरसता को स्थापित करते हैं। इसी कारण इसे मथुरा और वृंदावन में होली मनाने के शीर्ष 7 कारण में स्थान दिया गया है।

5. प्रेम और आनन्द (Love and Joy)

मथुरा और वृंदावन की होली प्रेम और आनन्द से भरी हुई है। यह एक ऐसा त्यौहार है, जहाँ लोग गुलाल और अभिनंदन के रंगों से खेलते हैं तथा प्यार और खुशी के माहौल में डूब जाते  हैं। 

मथुरा और वृंदावन में होली मनाने के शीर्ष 7 कारण में से एक प्रेम और आनन्द का अहसास उन्हें जीवन की खुशियों और सुख का अनुभव कराता है। जोकि आज के समय में पैसों से नहीं ख़रीदा जा सकता।

6. पर्यटन आकर्षण (Tourist Attraction)

मथुरा और वृंदावन में होली को पर्यटन आकर्षण का मुख्य माना जाता है। जिसका मुख्य कारण है कि यहाँ पर पारंपरिक ढंग से होली का आयोजन होना, जिसमें रंगों के साथ – साथ  रासलीला का आनन्द भी लिया जा सकता है।

लोग यहाँ आते हैं ताकि वे इस महान उत्सव का आनन्द ले सकें। मथुरा और वृंदावन की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत भी मथुरा और वृंदावन में होली मनाने के शीर्ष 7 कारण में शामिल पर्यटन आकर्षण के लिए महत्वपूर्ण है।

7. आर्थिक प्रभाव (Economic Impact)

मथुरा और वृंदावन में होली के आयोजन से स्थानीय लोगों को आर्थिक लाभ होता है। परिणामस्वरूप, पर्यटकों की संख्या बढ़ने से यहाँ पर पर्यटन उद्योग (Tourism Industry) में रोज़गार के अवसर पैदा होते हैं और जो यहाँ की आर्थिक स्थिति को सुधारते हैं एवं यहाँ के लोगों पर एक सकारात्मक आर्थिक प्रभाव पड़ता है।

अधिक मात्रा में पर्यटकों के आने से यहाँ पर और भी नए – नए स्थानीय व्यापारों, होटलों, रेस्टोरेंट्स आदि को खोला जाता है, जिससे उन्हें यहाँ पर अपने काम – धंधे को चलाने में मदद मिलती है, जो स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा प्रदान करती है। इन्हीं वजह से आर्थिक प्रभाव मथुरा और वृंदावन में होली मनाने के शीर्ष 7 कारण में से एक है।

निष्कर्ष:

इस प्रकार, होली का यह त्यौहार उद्योग, सामाजिकता और सांस्कृतिक अनुभव का संगम है, जो लोगों को खुशी और आनन्द से भर देता है। इस त्यौहार वाले दिन लोगों के व्यवहार में एक अलग ही सकारात्मकता देखने को मिलती है।

मथुरा और वृंदावन में होली के आयोजन में धार्मिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक, मानवीय एकता, प्रेम, पर्यटन आकर्षण और आर्थिक प्रभाव आदि कारण मथुरा और वृंदावन में होली मनाने के शीर्ष 7 कारण माने जाते हैं।

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