मनाएँ तीज गाएँ गीत, रखें व्रत पाएँ आशीष
Celebrate Teej, sing songs, keep fast and get blessings
‘हरियाली तीज’ यह एक ऐसा पवित्र त्यौहार है, जिसे उत्तर भारत की लगभग हर सुहागिन महिला द्वारा मनाया जाता है। यदि देखा जाए तो प्रतिवर्ष सावन मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज का यह पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।
हरियाली तीज से ज़्यादा इस दिन रखा जाने वाला व्रत प्रसिद्ध है। हरियाली तीज वाले दिन महिलाएँ अपने पति की लम्बी उम्र तथा सुखपूर्वक दांपत्य भरे जीवन हेतु यह व्रत रखती हैं। ऐसा माना जाता है कि सावन के इस महीने में आने वाला यह त्यौहार भगवान शिव जी तथा माता पार्वती जी के पुनर्मिलन का दिन होता है।
आज हम आपको हरियाली तीज नाम के इस पवित्र त्यौहार के महत्त्व के बारे में बताएँगे साथ ही आपको यह भी बताएँगे कि इस साल यह पर्व कब आएगा।
सावन के महीने में भगवान शंकर जी की पूजा की जाती है। एक मान्यता के अनुसार सावन में भगवान शिव जी को प्रसन्न करके उनसे अपनी मनोकामना पूर्ण करवाई जा सकती है। इस साल यानी साल 2023 में सावन का महीना 4 जुलाई से शुरू हो जाएगा।
वहीं, इस माह का समापन 31 अगस्त को होगा यानी सावन का महीना इस बार 2 महीने तक चलेगा। हरियाली तीज का व्रत कब मनाया जाएगा? इस प्रश्न का उत्तर पाने के लिए हम हिन्दुओं के पंचांग का सहारा ले सकते हैं।
यदि देखा जाए तो हिन्दुओं के पंचांग के अनुसार, 19 अगस्त 2023 को हरियाली तीज का व्रत मनाया जाएगा। सावन के पावन माह में पड़ने वाला यह पर्व महिलाओं को धन, वैभव के साथ – साथ सुख और समृद्धि भी प्रदान करता है।
क्यों मनाते हैं तीज?
एक धार्मिक मान्यता है कि माता पार्वती जी ने भगवान शिव जी को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तप किया था। अपनी इस कड़ी तपस्या और 108 बार जन्म लेने के बाद माता पार्वती जी ने भगवान शिव जी को पति के रूप में प्राप्त किया था।
ऐसा माना जाता है कि, “श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया को ही भगवान शिव जी ने माता पार्वती जी को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया था।” तभी से इसे एक सुहाग पर्व के रूप में मनाया जाता है।
विवाहित महिलाओं के अलावा कुँवारी लड़कियों के द्वारा भी हरियाली तीज का यह व्रत रखा जाता है। ऐसी मान्यता है कि हरियाली तीज के इस व्रत के प्रभाव से कुँवारी लड़कियों को भविष्य में शिव जी की तरह ही पति प्राप्त होता है। वहीं, विवाहित महिलाओं द्वारा यह व्रत रखने पर उन्हें एक सुखी दांपत्य का आशीर्वाद मिलता है।
व्रत का समय
ऐसा कहा जा रहा है कि, “सावन मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि का आरम्भ 18 अगस्त 2023 को रात के 8 बजकर 2 मिनट पर शुरू होगा जोकि अगले दिन यानी 19 अगस्त 2023 की रात को 10 बजकर 19 मिनट पर ख़त्म हो जाएगा।”
इस हिसाब से 19 अगस्त को उदया तिथि में तृतीया तिथि मिल जाएगी। अगर सही मायने में देखा जाए तो 19 अगस्त को ही हरियाली तीज का पवित्र त्यौहार मनाया जाएगा। इसी दिन पूजा – आराधना करके नियमानुसार व्रत रखा जाएगा।